बज़्म-ए-याँरा मे... तन्हाई कैसी? तबस्सुम लबों पे...तो रुस्वाई कैसी? शायद किसी ने जाना नही तेरे गम का सबब, फ़िर कहने भर को ...ये शानासायी कैसी? ©Sameri #Diary_of_Sameri_Treasure_Trove_of_Emotions #walkingalone