Nojoto: Largest Storytelling Platform

कुछ पंक्तियाँ मैं कि जैसे राह में बिखरा हुआ कोई

कुछ पंक्तियाँ

मैं कि जैसे 
राह में बिखरा हुआ 
कोई था कंकड 
तुमने मुझको चुन लिया 
यह तेरा अहसान था

फूल शबनम, चांद तारे 
और यह टूटा हुआ दिल 
ये फखत दौलत थी मेरी 
ये चंद सामान था 
तू कि जैसे ख्वाब बनके 
ख्वाबों सी फिर खो गई 
बस तुम्हारी चाहतों का 
मैं चंद दिन मेहमान था

मिल के बिछुडना 
हंस के रोना 
खो के पाना, पा के खोना 
ये  झोल झाल है दुनिया के
मैं समझ न पाया दुनिया को,
बस जरा नादान था

Ajeet Singh charan 
9462682915 मैं और तुम
कुछ पंक्तियाँ

मैं कि जैसे 
राह में बिखरा हुआ 
कोई था कंकड 
तुमने मुझको चुन लिया 
यह तेरा अहसान था

फूल शबनम, चांद तारे 
और यह टूटा हुआ दिल 
ये फखत दौलत थी मेरी 
ये चंद सामान था 
तू कि जैसे ख्वाब बनके 
ख्वाबों सी फिर खो गई 
बस तुम्हारी चाहतों का 
मैं चंद दिन मेहमान था

मिल के बिछुडना 
हंस के रोना 
खो के पाना, पा के खोना 
ये  झोल झाल है दुनिया के
मैं समझ न पाया दुनिया को,
बस जरा नादान था

Ajeet Singh charan 
9462682915 मैं और तुम
ajeetsingh4417

Ajeet Singh

New Creator

मैं और तुम #कविता