*कला* गिरगिट से बेहतर बदलने की कला जानता है इंसान,कुछ फ़र्क़ नहीं पड़ता बिक जाए चाहे उसका ईमान।आजकल ईमानदारी वफ़ादारी के चक्कर में कौन पड़ता है कलियुग है साहब, हर इंसान हवा देखकर ही बदलता है।😊 ©anshu #hawayein