#OpenPoetry किसी जान की जान लेकर दुआ माँगी तो क्या खाख दुआ माँगी तुमने तो बस बेसुबान जान के बदले अपनी खैरियत की जान माँगी। !!Al Adha Mubarak!! हर पुरानी चीज़ सही नहीं।। किसी जान की जान लेकर दुआ माँगी तो क्या खाख दुआ माँगी तुमने तो बस बेसुबान जान के बदले अपनी खैरियत की जान माँगी। !!Al Adha Mubarak!! हर पुरानी चीज़ सही नहीं।।