बढ़ा दे एक और बाट ज़िम्मेदारियों का ऐ ज़िन्दगी, देख कहीं खुशियों का पलड़ा भारी ना हो जाए। जिस उम्र में बच्चा अपनी ज़िंदगी जीना शुरू करता है उसी उम्र में उसके कन्धों पर घर चलाने की ज़िम्मेदारिया दे दी जाए, जब वो उसके लिए तैयार न हो, तो उसका दर्द भी शब्दों में बयां नही किया जा सकता। #ऐ_ज़िन्दगी #Yqbaba #Yqdidi #yopowrimo #Boostthyself Dedicated to myself....