हंसकर मेरा हर गम भूलती है। मां मैं रोता हूं तो सीने से लगती है। मां बहुत दर्द दिया है।। इस जमाने ने मुझको सब कुछ झेलकर जीना सिखाती है। मां ©Avaneesh Yadav #intezaar mataji ke