मेरी धड़कनों में बसती है तू, फिर तेरी अाहटें मुझे सुनाई क्यों नहीं देती, मेरा जहन हर वक्त करता है तुझसे गुफ्तगू, फिर इन आँखों को तू दिखाई क्यों नहीं देती।। - सौरभ #dhadkan#love#SaurabhArora#मेरी धड़कनों में बसती है तू, फिर अाहटें तेरी मुझे सुनाई क्यों नहीं देती, मेरा जहन हर वक्त करता है तुझसे गुफ्तगू, फिर आँखों को तू दिखाई क्यों नहीं दे#SircasticSaurabh