कुछ लोग टूट कर चाहते हैं कुछ लोग चाह कर टूट जाते हैं हमें तुमसे कितनी मोहब्बत है पास आओ कभी हमारे फिर तुमको हम बताते हैं कभी दूर होते हो कभी पास आते हो ना जाने कैसे रिश्ता लुभा लेते हो ये जादू है तेरे प्यार का इतना याद आते हो तुम सामने हो मंज़िल मोहब्बत का दिल के पास आओ कभी तुम सिर्फ़ चांँद के लिए ज़मीं ना छोड़ो तुम।। ♥️ Challenge-695 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।