संभल जाओ संभल जाओं ऐ दुनियां वालों, मत लूटों रे मत लूटों प्रकृति के खजानों को। सजाओ मत ख्वाइशों से खुदके जनाजे को, पहाड़ों को तुम ना खोदो दौलत कमाने को। चीर दिया जगह जगह से धरती के सीने को, एक दिन मिलेगी नहीं बूंद पानी की पीने को खोद दी जमीं तूने आकर हीरों के लालच में, काट डाले जंगल तुमने शहरों को बसाने में। कर दिया तूने मृदा प्रदूषण उपज बढ़ाने को, किया नदियों दूषित रसायनों के अवशेष से। न संभले तो बच न सकेंगे प्रकृति के कोप से, बचाएं धरा को हो न जाए ब्रह्मांड से लोप ये। JP lodhi #Earth_Day_2020 मत लूटों