उर्वरक शक्ति है जमीन में मेरे, पर अंग्रेजों द्वारा लगाए गए , ज़मींदारी प्रथा की मार हूँ। ३०० साल के इग्नोरेंस और ३०० साल के अत्याचारों का इश्तेहार हूँ मैं हां जी बिहार हूँ मैं केंद्र से हमेशा हमें कम सहयोग मिला ना हमें हमारी सम्पदा का सही उपभोग मिला गलत नीतियों के कारन लाचार हूँ मैं मेरे यहाँ कभी संसार फला पर आज भूखा और बेरोज़गार हूँ मैं हाँजी हाँ बिहार हूँ मैं मेरे लोग कभी भूखे मरते हैं कभी अपने ही देश में सर उठा कर जीने से डरते हैं जमीन बेच कर पढ़ते लोगो का एक अनकहा परिवार हूँ मैं हांजी हाँ बिहार हूँ मैं हां जी बिहार हुं मैं #Biharinomics #Ranjesh #Poems #Bihar #Biharism