शिव और शक्ति का संगम मन्न तू रूपलो लगच्छ भोलानाथ रे भले ही तू कालो छ भोलनाथ रे अब था हा भी करदीजो भोलनाथ रे ' मेरा मन म शिव समञो मन्न रोग मोह को लागग्यो ' ' preaching ' ' रूठना मनाना हे प्यार की अदा प्यार हो दरमियाँ तो नही आती हे भीच में ये गलतफैमी की सदा ' " Jai Mahakaal " #Maha #shiv "Jai #Mahakaal "