तेरी कमी से खुशी का बोहरान बढ़ गया है! इसलिए शहर में खुदकुशी का रुझान बढ़ गया है! कल मेरा एक और दोस्त उसको देख आया! हमारे हल्के में इक हैरान और बढ़ गया है! # umair najmi sir# ©Azeem Khan #umair najmi sir poetry#