हमें तुमसे प्यार कितना, हमे तुमसे प्यार कितना काश कर पाते ये तुमसे बयां तब शायद समझ पाते तुम मेरी चाहत की इंतहा तेरी खुशियों के सिवा और न मांगा कभी रब से मैने कोई दुआ पर तुम तो थे हसीनो के दीवाने तुम्हे दिखी नही कभी चाहत हमारी हर पल पास थी सच्ची चाहत तुम्हारी और तुम ढूंढते रहे औरो मे खुद के ठिकाने हमे तुमसे प्यार कितना न जान सके कभी ये तुम इसलिए है आज तुझसे इतना दूर #हमे तुमसे प्यार कितना