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कुटिल वचन सबसे बुरा, जा से होत न चार। साधू वचन जल

कुटिल वचन सबसे बुरा,
 जा से होत न चार।
साधू वचन जल रूप है,
बरसे अमृत धार... 
                                                                              अर्थात-
कड़वे बोल बोलना सबसे बुरा काम है, कड़वे बोल से किसी बात का समाधान नहीं होता।
 वहीं सज्जन विचार और बोल
अमृत के समान हैं।

©Sarvesh Kumar kashyap #Prem #manvta 

#ShiningInDark
कुटिल वचन सबसे बुरा,
 जा से होत न चार।
साधू वचन जल रूप है,
बरसे अमृत धार... 
                                                                              अर्थात-
कड़वे बोल बोलना सबसे बुरा काम है, कड़वे बोल से किसी बात का समाधान नहीं होता।
 वहीं सज्जन विचार और बोल
अमृत के समान हैं।

©Sarvesh Kumar kashyap #Prem #manvta 

#ShiningInDark