मिलती है कोई चीज हमें जिंदगी में तब जब हमको उसकी कोई दरकार नहीं होती । पत्थर तो टूटता है अंतिम ही चोट पे, पर हथौड़े की सभी चोटें बेकार नहीं होती। ©✍-लफ्ज़-ए-राज़ मिलती है कोई चीज हमें जिंदगी में तब जब हमको उसकी कोई दरकार नहीं होती । पत्थर तो टूटता है अंतिम ही चोट पर, हथौड़े की सभी चोटें बेकार नहीं होती।