फिर से बहका दे कोई दिल को मेरे किसी की हसीं अदाओं में वो बात नही हर किसी पर पिघल जाएं मोम सा ऐसे नाजुक ये मेरे दिल के जज़्बात नही संजोया हैं तुमको बड़े सलीके से मैने यूं ही नही निकलने दे सकता हूं तुझे गवाया है कीमती वक्त अपना सारा कभी एक झलक भर देखने को तुझे कभी सजाया है तुझको करीने से तो कभी संवारा है तुमको बड़े ही सब्र से इश्क़ में हद से गुजरने को तैयार हैं दुनियां मगर हम नही है इतने भी ज्यादा बेसब्र से हां जरा किफायती सा हैं ये इश्क मेरा मगर संभाल लेना तुम प्यार से इसे मैं गर कह ना पाऊं इश्क़ होठों से अपने तुम समझ लेना नैनों के भाव से इसे मैं अंतर्मुखी हूं इसलिए शायद हिचकता हूं कुछ भी कहने से तुझे एक डर सा रहता है 'अंजान'कि कहीं खो ना दू इश्क़ हैं कह कर तुझे ©Ankur tiwari #snow फिर से बहका दे कोई दिल को मेरे किसी की हसीं अदाओं में वो बात नही हर किसी पर पिघल जाएं मोम सा ऐसे नाजुक ये मेरे दिल के जज़्बात नही संजोया हैं तुमको बड़े सलीके से मैने यूं ही नही निकलने दे सकता हूं तुझे गवाया है कीमती वक्त अपना सारा