White यूॅं तो कोई पहचान है ही नहीं मेरी फ़िर भी दुनिया की भीड़ में शामिल होना मुझे अच्छा नहीं लगता। जिन रास्तों पर सब चलते हैं, जहाॅं सब जाते हैं, वही रास्ते चुनना, रुख़ उधर का ही करना, मुझे अच्छा नहीं लगता। किसी के लिए रास्ता न बना सकूॅं अगर तो मलाल नहीं लेकिन किसी के रास्ते की रुकावट बनना मुझे अच्छा नहीं लगता। ज़रूरत पड़े अगर तो अपने हक़ की चीज़ भी छोड़ सकती हूॅं मैं लेकिन किसी हक़दार का हक़ छीनना मुझे अच्छा नहीं लगता। बना लेती हूॅ़ छोटे-बड़े बहाने तो मैं भी बहुत लेकिन, जिस से किसी का नुकसान हो जाए ऐसा झूठ बोलना मुझे अच्छा नहीं लगता। कोई मोहब्बत से कहे अगर तो सौ बार झुक सकती हुॅं मैं लेकिन किसी के ग़ुरूर और अकड़ के आगे झुकना मुझे अच्छा नहीं लगता। बेशक, मानती हूॅं कि गलतियाॅं कई बार मैं भी करती हूॅं , और मेरी ग़लतियों को लोग दर-गुज़र करें ये उम्मीद भी रखती हूॅं, और इसीलिए दूसरों पर दर-गुज़र का दरवाज़ा बंद करना मुझे अच्छा नहीं लगता। #bas yunhi ek khayaal ....... ©Sh@kila Niy@z #basekkhayaal #basyunhi #khayaal #achchha_nahi_lagtaa #nojotohindi #Quotes #26January