आज बहूत अकेला हूँ मैं So तकलीफ सी हो रही है चेहरे की हँसी गायब सी ही रही हैं दिल तो बहुत कर रहा है उससे बात करने का पर कॉल करने में बहुत झीझक सी हो रही हैं मना किया है उसने बात करने को उनकी तो हमसे रिस्ता तोड़ने की बात हो रही हैं । कुछ बची हो यादे तेरे दिल में तो याद कर लेना सच्ची सच्ची बात करने की बहुत चाहत हो रही है । अब तो नींद नही आती है रातों में शायद तेरी आदत सी हो गई है।