दिल को फुर्सत नही देनी है, कहीं लगने की मोहलत नही देनी है। इश्क़ मुह लगा तो सब तबाह समझो, हाथोँ में शोख़ कि पुस्तक नही देनी है। यूहीं चलाने दो काम किसी का हुए बग़ैर, तन्हा ठीक है सोहबत नही देनी है। कुछ हदतक दिल ए नादां की सुनो, ज़्यादा इज़्ज़त नही देनी है। ©V.k.Viraz #walkalone Ƈђɇҭnᴀ Ðuвєɏ