THE GLORY OF HELLO इस हैलो ने संसार को त्रस्त कर रखा है। सोचिये तो आपदाग्रस्त कर रखा है।। मित्रों करता हूँ मैं अब इस हैलो का महिमामण्डण। दिया है कर जिसने बहुतों के जीवन का विच्छेदन ।। हैलो जब संसार में आया। सब पर है यह ऐसा छाया ।। मित्रों अब मैं समझाता हूँ । इस हैलो का दर्शन करवाता हूँ ।। हैलो का द्वि चक्रीय या त्रि चक्रीय यान पर होता है जब प्रयोग। बनता है तब ऐसा संयोग।। शेष रह जाता है केवल हैलो संसार में। और इसे करनेवाला समा जाते हैं काल के गाल में।। और कुछ असहाय से प्राणी । करते रहते हैं घोषणाये चेतावनी ।। ©Bharat Bhushan pathak poetry lovers poetry in hindi hindi poetry on life love poetry in hindi