प्यार में ना कोई सही होता है ना कोई गलत, प्यार ना धर्म देखता है और ना कोई मजहब। जिंदगी प्यार का मेला है बस प्यार को ढूंढ लो, सच्चा प्यार मिल गया तो जिंदगी बन जाएगी। 🌝प्रतियोगिता-97 🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"क्या सही क्या गलत"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I