ख़ामोशियाँ चीख़ती हैं सुनने वाला कोई नहीं अपने है आस पास अपना कहने वाला कोई नहीं डरने लगे हैं हम ख़ुद से ये सन्नाटे सताते बहुत है मेरे दिल के गरीबखाने में रहने वाला कोई नहीं । --अनुष्का वर्मा #Nojoto