जब अपने क़ल्ब उस बाक़ी से जुड जायेंगे, तब आप ख़ुद अपनी नफ़्स पे काबू पायेंगे; सिर्फ अहद की ज़िक्र होगी हमेशा इन लबोँ पे, सारी मादियत ख़्वाहिशें दिल से छूट जायेंगी; इब्तिदाई ये कोशिशेँ थोड़ी मुश्किल लगेंगी जरुर, पर तहजीब से करोगे तो रहमत बरसेंगे उसकी बा-दस्तूर। नफ़्स, ईबादत, रहमत बाक़ी: eternal नफ्स: soul मादियत: materialistic इब्तदाई: initially