Nojoto: Largest Storytelling Platform

मैंने रात भर दूसरों के घर के उजाले देखे हैं पर अपन

मैंने रात भर दूसरों के घर के उजाले देखे हैं
पर अपने घर उजालों में भी अंधेरा पाया

खुशबू तेरी दूर तलक फैली थी लेकिन
अपने करीब तेरी खुशबू नहीं रख पाया

ज़िंदगी तेरे साथ जीने के मुताबिक़ बहुत कम थी
मैं ढूंढता रहा अपनी मंज़िल और कभी पहुँच नहीं पाया

©Richa Dhar मंजिल
मैंने रात भर दूसरों के घर के उजाले देखे हैं
पर अपने घर उजालों में भी अंधेरा पाया

खुशबू तेरी दूर तलक फैली थी लेकिन
अपने करीब तेरी खुशबू नहीं रख पाया

ज़िंदगी तेरे साथ जीने के मुताबिक़ बहुत कम थी
मैं ढूंढता रहा अपनी मंज़िल और कभी पहुँच नहीं पाया

©Richa Dhar मंजिल
richadhar9640

Richa Dhar

New Creator