निर्मल जल में जब फेंका पत्थर गंदगी तली की आई सतह पर। बदरंग धीरे -धीरे पूरा तालाब हुआ विलीन जिसमे से महताब हुआ। जब थोड़ा समय जब बीत गया निर्मल जल फिर से जीत गया। काश मन भी बन जाता,जैसे होता निर्मल जल जीवन साफ रहता,चाहे होती कितनी हल चल। ©Kamlesh Kandpal #Clean