वो बन के जब हम-नवा मिला ऐसा लगा कि खुदा मिला.. किसी रोज जो फिरोजी पहना उसने मेरे ख्वाबों को आसमां मिला.. नजाकत ने मुझे कुछ यूं किया कबूल गुलाब में लिपटा खत उनका मिला.. उनके नूर से हम जैसे जुगनू हो गए जर्रे को भी उड़ने का हौंसला मिला.. तनहाई खा रही थी अंदर ही अंदर मुझे थाम लिया उसने और कारवां मिला.. शेरों ने कर ली जब गजल से दोस्ती मेरी नज्मों को नया इक करिश्मा मिला.. -KaushalAlmora #हमनवा #खुदा #करिश्मा #yqdidi #yqbaba #yqpoetry #yqpowrimo PC :HD wallpaper app