मेरे घर मे आज फिर से खुसियाँ छाई है भादवं मास की कली घनघोर घटा छाई है अचानक से रात ढाई बजे किलकारियों की आवज आई है सिस्टर कमरे से दौड़ी दौड़ी आई बोली आपके घर नन्ही परी आई है। ये आवज सुन के मन खुसी से झूम उठा दिल मे खुसियों का पहाड़ टूट पड़ा आसमान से भी खुसियों की बौछार पड़ने लगी साथ मे बिटिया की दादी माँ खुसी से झूमने लगी। ✒dr.chaudhari #bitiyarani