सदियों से है ये रोजगार भी कुछ रोजे पे, के बाजारों में अब खरिदार भी उधारी घुमते है, खाली हाथ फिरते है,यह आसमान को जितने की ख्वाहिश रखने वाले, दाव पे रखने को कुछ है नहीं,फिर भी इस शहर की हर गली में जुआरी घुमते है, घोषणापत्रों में तो भरी पडी है नौकरियाँ, फिर क्यों एक कुर्सी के लिए, यह नेता खुमारी घुमते है? #politics #manifesto #politicians #yqbaba #yqdidi #hindi #job #shayari