किन साँसों का मैं एतबार करूँ जो अंत में मेरा साथ छोड जाऐंगी किस धन का मैं अंहकार करूँ जो अंत में मेरे प्राणों को बचा ही नहीं पाएगी किस तन पे मैं अंहकार करूँ जो अंत में मेरी आत्मा का बोझ भी नहीं उठापाएगी ✨✨✨ भगवान की अदालत में वकालत नहीं होती और यदि सजा हो जाये तो जमानत नहीं होती भगवान मेरा ये सम्बन्ध सबसे हमेशा बनाए रखेना मैं कैसा हूँ मुझे नहीं मालूम लेकिन मुझे मिला हुआ हर व्यक्ति बहुत ही अच्छा है मै उनका ह्रदय से सम्मान करता हूँ *🌹शुभ प्रभात मित्रों 🌹* *परमात्मा आपकी हर मनोकामना पूरी करें** जय हिंद जय भारत 🙏🇮🇳🌹 ©VINAY PANWAR 🇮🇳INDIAN ARMY💕💕 रामायण गीता पढ़ी पढ़ी पाक क़ुरआन मरा नहीं पापी मगर क्यों मन का शैतान स्वर्गलोक से झाँक के देखो तो भगवान रहता है किस हाल मे