मैं अडिग हूँ जैसे, सूर्य खड़ा हो अम्बर पर मैं अडिग हूँ जैसे, सागर हो अवनितल पर मैं अडिग हूँ जैसे, शिव का प्रचंड रौद्र रूप मैं अडिग हूँ जैसे, राम के जैसा भद्र भूप ©कवि गुलशन "श्रृंगार प्रेमी"...✍️ #Nojoto #nojotohindi #nojotoParticipate #bhagatsingh #shaheeddiwas Rohan davesar