वो नकाब-ए-फरेब ओढा है जिसने, मीलों की है हमारी और उसकी दूरी । शिकन नहीं रखते हम चहरे पर ये सोच कर, कि महफिल दुश्मनों की है, तो मुस्कुराना भी है बेहद ज़रूरी ।। ©ANSHIKA PANDIT #poetry #poet #poetry #shayari #shayari #loveshayari #thefeelingsworld #Trending #Nojoto