आज का इंसान इंसान लगता ही नहीं इंसान है पर हैवानों की शक्ल लिए बैठा है पकड़ने के लिए हाथ हैं पर रिश्वत के कानून ने बांध रखे हैं दौड़ने के लिए पैर हैं पर system के जमाखोरों ने पकड़ रखे हैं देखने के लिए आँखें हैं पर धन्धों की चकाचोंध में देख नहीं पातीं दिमाग भी है जनाब इनके पास पर वो गुलामी करके चलता है और इंसानियत को तो गहरे गड्ढे में दफनाकर आ गया है इंसान बिक चुका है इंसान खो चुका है इंसान गिर चुका है इंसान बदल चुका है इंसान मर गया है इंसान ......... #life #yqdidi