मुख़्तसर ही सही मुलाक़ात तो हो तुझसे रंगरेज़ मामूली सा ख़्वाब है तेरी प्रीत में रंग जाऊँ मैं रंगरेज़ हो जाऊँ फिर मैं ग़ाफ़िल भूलूँ सुध-बुध इस दुनिया की तेरे चरणों का मैं अदना सा क़तरा बन जाऊँ ओ मेरे रंगरेज़ रंगरेज़- a Dyer (यहाँ रंगरेज़ का सम्बंध खुदा से है) ग़ाफ़िल- जो होश में न हो 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें..🙏 💫Collab with रचना का सार..📖