मोहब्बत का एक लम्हा आज हमने, उनसे मुलाकात में रखा सहेज कर। अब वह चले भी जायें तो गम नहीं, उनकी यादों को रखा हैं सहेज कर।। उन अधरों से हमने रस चुना है, *silenty* जो खिले हैं कमल की तरह। उनसे प्रेम हमको कई गुना है। जो हैं हमारी कविता की तरह । #breakup #mohabbate #lovers #pyar #hurted