चीन्ता और चीता में बस एक मात्र बिन्दु से अतंर हैं । लेकिन चीता तो मुर्दे को जलाती हैं और चीन्ता जिन्दे काे जलाती है। अत: हमें किसी या बेवजह अपसोस नहीं। करना चाहिए। 🔪 गगनराज ।