So Sorry कोरोना के डेढ़ साल बाद आज एक बात बहुत अच्छे से समझ आयी जाकर कि हमारे यहां सबसे गलत और पाप का काम प्राइवेट टीचर होना है यार! कितने कम वेतन में भी हम भारत के भाग्य के निर्माताओं का निर्माण करने में अपना 100% दे देते है फिर भी जब भी लाॅकडाउन की नौबत आती है तो लात हमारे ही पेट पर पड़ती है। और उधर भारत के भाग्य निर्माता अपने "बचपन के प्यार"का बहुत जोर शोर से प्रचार-प्रसार करने में लगे हुए हैं। ©ekta #sosorry #bittertruth #व्यंग्य #WorldEmojiDay2021