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ख़ुशी के कुछ पल चुरा लिए ज़िदगी से बड़ी जद्दोज़हद

ख़ुशी के कुछ पल चुरा लिए ज़िदगी से बड़ी जद्दोज़हद के बाद
आज मिल बैठेंगे मैं, ख़ुद और ज़ाम ख़ुदाया एक अरसे के बाद

वो इंसान है की आइना है? मैं जब देखती हूॅं मैं नज़र आती हूॅं
ख़ुद को देखा है इतना हसीन उसकी निगाहों में बरसों के बाद

ठहरी रही मैं दरिया की तरह ख़ामोशी में तमाम हलचल लिए
अब बह निकली हूॅं तोड़ कर किनारे कई मुद्दतो के बाद
                                  #shubh
                                  Shubhra pandey

©Shubhra Pandey
  # बरसो बाद

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