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क्यों मै भूलू की तुम , साथ होते हुए भी साथ ना थे।

क्यों मै भूलू की तुम ,
साथ होते हुए भी साथ ना थे।
कुछ गूंगे से रह गए थे मेरी हंसी और पल,
जहां गम के बादल तो थे,पर तेरे संग वो हसीं अहसास वाले बरसात ना थे।

काश कि ख्वाब जो सजाएं थे,
उसकी चमक तुम होते।
पर शायद तुमने मेरी तरह ही मेरे ख्वाबों को भी पराया समझा,

तभी तो ना उजियारा वो दिन का,
तारे जुगनुओं से सजे हुए जैसे चमकते कोई बीते रात ना थे,खुशियों के बीते पल के जैसे सौगात ना थे।
क्यों मैं भूलु की तुम,
साथ होते हुए भी साथ ना थे।

#priyanka #क्यों भुलू मैं  Amit Thakur Anshula Thakur ABHISHEK KUMAR
क्यों मै भूलू की तुम ,
साथ होते हुए भी साथ ना थे।
कुछ गूंगे से रह गए थे मेरी हंसी और पल,
जहां गम के बादल तो थे,पर तेरे संग वो हसीं अहसास वाले बरसात ना थे।

काश कि ख्वाब जो सजाएं थे,
उसकी चमक तुम होते।
पर शायद तुमने मेरी तरह ही मेरे ख्वाबों को भी पराया समझा,

तभी तो ना उजियारा वो दिन का,
तारे जुगनुओं से सजे हुए जैसे चमकते कोई बीते रात ना थे,खुशियों के बीते पल के जैसे सौगात ना थे।
क्यों मैं भूलु की तुम,
साथ होते हुए भी साथ ना थे।

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