ज़मीन से जुड़ा मैं खाक बनके जीऊंगा, तालाबो से नाता तोड़ मैं, बारिश का पानी पिऊंगा, तू घनघोर बादलो से मडरा या, तू सूरज सा बन के आग लगा, मैं किट पतंगों सा बनके फूलो के रस को पिऊंगा। मैं जमीन हूं.......#munasif_e_mirza #munasif_life #yqbaba #munasif