Nojoto: Largest Storytelling Platform

समय की बहती धारा में कुछ बह गए, कुछ रह गए अपने परा

समय की बहती धारा में
कुछ बह गए, कुछ रह गए
अपने पराये के इस खेल में
न जाने कितने रिश्ते ढह गए
कुछ दर्द मिले,कुछ सबक मिले
कुछ सवाल अनसुलझे ही रह गए... सुप्रभात।
एक समय के बाद सूखे पत्ते ख़ुद झड़ जाते हैं वैसे ही इंसान के ग़म।
#समयबाद #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
समय की बहती धारा में
कुछ बह गए, कुछ रह गए
अपने पराये के इस खेल में
न जाने कितने रिश्ते ढह गए
कुछ दर्द मिले,कुछ सबक मिले
कुछ सवाल अनसुलझे ही रह गए... सुप्रभात।
एक समय के बाद सूखे पत्ते ख़ुद झड़ जाते हैं वैसे ही इंसान के ग़म।
#समयबाद #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi

सुप्रभात। एक समय के बाद सूखे पत्ते ख़ुद झड़ जाते हैं वैसे ही इंसान के ग़म। #समयबाद #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi