हर शख़्स सहमा सा, मुरझाया क्यों है? बोलो हर शाम पर काली छाया क्यों है? चलो दिन को दिन और रात को रात कहें, अब ज़रुरी हो गया है, स्पष्ट सारी बात कहें! कहां गए वो सादे से, खुशगवार लोग कहो तो? हर रिश्ते में खतरा है, क्यों चुप रहे लोग कहो तो? क्यों पहरे हैं हर त्योहार पर,हर मौसम में बताओ! अब ज़रुरी हो गया है खुल कर हर घाव दिखाओ । अब ज़रूरी हो गया है... #ज़रूरीहोगयाहै #collab #yqdidi #jayakikalamse #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi