-सुल्तान मिर्ज़ा आज एक कहानी, आफताब ने सुनाई अपनी जुबानी। मुंबई की गरीब बस्तीमे जन्मा एक बच्चा,मुंबई मे उसने अपना इतिहास रचा। संघर्ष की दुनिया मे उसने अपना कदम रखा,सुल्तान की तरह जीने का उसने अंदाज शीखा। दुनिया से ज़लिल होकर उसने अपना वजूद बनाया,दुनिया की भीड़ मे शामिल होकर उसने लोगोको जीने का अंदाज शिखाया। मुंबई मे छाया एक नायाब सितारा,लोगोने उसको नवाब केहके पुकारा। सबने उसको समुंदर-ए-सुल्तान का दर्जा दिया।मुंबई का वो सुल्तान मिर्ज़ा कहलाया। -AFTAB GOREE ©Aftab Gori #sultan