ऐसा क्या गुनाह किया, हमने ए ख़ुदा, की प्यार क़िस्मत में नहीं हमारे किसका दिल दुखाया हैं इस कदर हमने, की कोई हमारा नहीं हुआ जिसको भी दिल से चाहा हमने, किसी और के दिल का हिस्सा था काश होता हमारा भी कोई अपना, तो किसी को खुश करने का ज़रिया ना बनते हम पर क़सूर किसी और का नही, अपने ही करमों का हैं, जो आज नहीं तो कल चुकाना पड़ेगा बस मलाल सिर्फ़ इस बात का है, ग़र इल्म होता हमें भी हमारे गुनाहों का, तो वक्त रहते सुधार लेते हम ।। Kismat #yqkismat #yqdil #yqquotes #yqfarmaish #yqthoughts