एक मोहब्बत थी तो ज़रा ज़िंदा था मैं अब तो इस धड़कन का मतलब समझ नही आता बड़ी बएफ़िक्री से गुज़र रही है ज़िन्दगी यू तो बेमतलब खुद को भी सवारा भी नही जाता। बहुत दिनों से मुझमे रुका हुआ है तू ग़ुबार है तो आँखो से बह क्यों नही जाता एक ही गली में दोनो आस पास रहते है । वो मेरे घर नही आता मैं उसकी घर नही जाता कभी जब आंखों में आंखे बात करती है नाराज़गी के साथ दुआ सलाम करती है तो एक बात तू भी ज़रा समझता होगा के ताल्लुक टूट जाने से एहसास मर नही जाता यू ताल्लुक टूट जाने से एहसास मर नही जाता ।। written by faissy .... #ehsaas #ehsaas #poetry #zindagi #mohabbat #trulove