जो ख़ुदके स्वप्न कुछ भावों को ख़ुदसे मार जाएगा, तुम्हें लगता है अब ये शख़्श कोई काम आयेगा! ये दुनिया मन की रोगी है, चिकित्सक से ज़रा पूँछो, क्या ज़िंदा लास "निश" बाहर कभी कोमा से आएगा? मुझे हंसता हुआ देखो, तो कारण पूँछना भी मत, ग़म-ए-अंदाज़ है, "निश" बेवज़ा ही मुस्कुराएगा। -Nishant Pandit ©STRK मुस्कुराहट...😊❣️✍️ #Happy #लव #मुस्कान #SAD #Heart #Broken #गम #दर्द #Shayar #Zindagi