ओ प्यारे मन तू क्यों चंचल है कैसे तुझे पकड़ूं मैं तू तो एक सागर बांध बनाऊं कैसे पाप पुण्य घृणा प्रेम सब तेरे अधीन क्या लिखने और देगा तू तू फिर से चंचल मचल रहा है। #yolewrimo में आज का पत्र #मनकेनाम #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi