चलो आज ये किस्सा खत्म करते है, मै ताक लगा के दहलीज में बैठना छोड़ती हूं, तुम लौट के आने के झूठे वादे छोड़ दो ।। चलो आज ये किस्सा खत्म करते है, मै रूखसत की घड़ी में झूठा सा मुस्कुरा दूंगी, तुम पीछे मुड़ के नम आंखों से देख लेना । चलो आज ये किस्सा ख़त्म करते है, तुम मुस्कान देख के समझ लेना मोहब्ब्त का गला घोट दिया मैंने, मै झूठी नमी देख के तेरी आंखों में, एक उलझन में ज़िन्दगी निकाल दूंगी । चलो आज ये किस्सा खत्म कर ही देते है ।। #yqdidi #richabhatiaquotes #richabhatiawrites #kissa #hindi