27-10-2019 हुई है मुझसे कुछ गुस्ताख़ी तो बता दो, न यूं चुप रह कर मुझे मौत की सज़ा दो। अब न रखो ज़रा भी दिल में कोई मलाल यार, दरमियाँ जो है हया की वो दीवार गिरा दो। चश्म में तुम्हारे जो है वो सब दिख रहा है मुझे, ज़बां से भी अपनी वो सारे मुझे राज़ बता दो। न यूं चुप रह कर मुझे मौत की सज़ा दो। रात का अंधेरा है गहरा चराग़ मद्दम होने लगे हैं, जहाँ में रोशनी फैला दो ज़रा अपनी पलकों को उठा दो। ~Hilal #PalkonKoUthaDo