दिल का तो बस इतना सा कसूर है कि ये बेकसूर है आँखो ने इसे फसाया और आँसुओ ने इसे रुलाया धड़कनों ने दिल को उसका एहसास करवाया तो हाथ ने ये बताया कि कभी नही मिलूँगी अब आखिर में हाथ जब हवा में लहराया दिल का तो बस इतना सा कसूर है कि वो भी बेकसूर है (Mk✍️जुदाई दिल की) #alonesoul plz follow my page in fb