हमारे हिसाब से इत्तला करना गवारा नहीं है, पर ये मुलाकातों का ज़माना है, ऐसे सभी से गुफ्तगु तो बद्तमीजी नहीं होगी ।❣️ ...... मैं ख़ुद नहीं जानता हूं की मैं क्या लिख रहा हूं, कैसे लिख रहा हूं... बस मैं लिख रहा हूं.....❣️❣️❣️ ❣️❣️❣️अजीब ही है यार हक़ीक़त तो ये है , के अगर मैं बाखबर हूँ ,